रक्षाबंधन पर भूल कर भी ना करें ये काम 

भद्राकाल में ना‌ बांधें राखी

मान्यताओं के अनुसार, रक्षाबंधन पर हमेशा शुभ मुहूर्त में ही भाई को राखी बांधनी चाहिए। रक्षाबंधन पर कभी भी भद्रा काल में राखी नहीं बांधी जाती है। कहा जाता है ऐसा करने से भाई को बड़ा नुकसान हो सकता है।

दक्षिण दिशा की‌ ओर ना‌ हो‌ भाई का मुख

रक्षाबंधन पर जब बहन भाई को राखी बांधती है, तब भाई का चेहरा कभी भी दक्षिण दिशा की ओर नहीं होना चाहिए। दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना गया है जो मृत्यु का प्रतीक है। अगर राखी बांधते समय भाई का चेहरा दक्षिण दिशा में है तो इससे उनकी आयु कम हो सकती है।

सिंदूर से ना करें भाई का तिलक

रक्षाबंधन पर बहनें हमेशा भाई को चंदन से तिलक लगाएं। तिलक लगाने के लिए रोली का उपयोग भी किया जा सकता है। सिंदूर को सुहाग की निशानी मानी गई है इसीलिए इस‌ दिन बहनों को तिलक लगाते समय खास ध्यान देना चाहिए। चंदन का तिलक भाग्य में बढ़ोतरी करता है।

ऐसा होना चाहिए अक्षत

तिलक लगाने के बाद बहनें अपने भाई को अक्षत लगाती हैं। भाई को जीवन में सारी खुशियां मिले इसके लिए अक्षत लगाया जाता है। ऐसे में बहनें इस बात का ध्यान रखें कि अक्षत लगाते समय चावल के दाने टूटे हुए ना हों।

ऐसा होना चाहिए दीपक

भाई को राखी बांधते समय उनकी आरती की जाती है। ऐसे में आरती के लिए जिस दीपक का इस्तेमाल किया जाता है वह टूटा फूटा नहीं होना चाहिए।